ULIP Plans क्या होते हैं और कैसे काम करते हैं? जानिए निवेश और बीमा का मिलाजुला formula!
ULIP का मतलब क्या होता है?
ULIP यानी Unit Linked Insurance Plan. ये एक ऐसा प्लान होता है जो आपको बीमा (insurance) और निवेश (investment) दोनों का फायदा एक साथ देता है। आप जो premium भरते हैं, उसका एक हिस्सा बीमा में जाता है और बाकी हिस्सा शेयर मार्केट या debt funds जैसे निवेश option में लगाया जाता है।
आखिर ये काम कैसे करता है?
ULIP का फॉर्मूला थोड़ा hybrid होता है। आइए आसान भाषा में समझते हैं:
1. Premium Payment – आप हर महीने या सालाना जो premium भरते हैं, वो दो हिस्सों में बंट जाता है।
2. Insurance Cover – एक हिस्सा आपके जीवन बीमा (life cover) के लिए उपयोग होता है।
3. Investment Part – दूसरा हिस्सा mutual funds की तरह market में निवेश होता है।
4. NAV System – ULIP में investment के लिए NAV (Net Asset Value) से तय होता है कि आपकी policy की कितनी value बन रही है।
5. Lock-in Period – ULIP का Lock-In-Period 5 साल होता है, यानी इससे पहले पैसा नहीं निकाला जा सकता।
6. Market Risk – निवेश वाला हिस्सा market के ups-down पर निर्भर करता है, यानी returns निश्चित नहीं होते।
ULIP लेने के 5 मुख्य फायदे
1. दोनों फायदे एक साथ – बीमा और निवेश दोनों एक policy में।
2. Tax Benefit – धारा 80C और 10(10D) के तहत टैक्स छूट।
3. Goal-based Planning – बच्चों की पढ़ाई, रिटायरमेंट या घर के लिए योजना।
4. Fund Switching – Equity से Debt या Debt से Equity में shift करने की flexibility।
5. Transparency – हर महीने NAV update और charges की जानकारी मिलती रहती है।
कुछ बातें जो ध्यान में रखें
• ULIP में charges ज़्यादा होते हैं (premium allocation, admin, fund management आदि)।
• Initial 5 साल में liquidity नहीं होती।
• Market risk होता है, यानी investment वाला हिस्सा कभी नुकसान भी कर सकता है।
ULIP और Mutual Fund में क्या फर्क है?
1. बीमा cover – ULIP में आपको निवेश के साथ-साथ लाइफ इंश्योरेंस भी मिलता है। Mutual Fund में ऐसा कोई बीमा कवर नहीं होता।
2. Lock-in period – ULIP में पैसों को कम से कम 5 साल तक रखना होता है। वहीं, Mutual Fund का ELSS वर्जन सिर्फ 3 साल में फ्री हो जाता है।
3. खर्च – ULIP में अलग-अलग तरह के चार्जेस ज़्यादा होते हैं। Mutual Fund comparatively सस्ता पड़ता है।
4. Flexibility – Mutual Fund में आप ज़्यादा आसानी से पैसे निकाल सकते हैं और स्कीम बदल सकते हैं। ULIP में ये थोड़ी लिमिटेड होती है।
5. Tax benefit – दोनों में 80C के तहत टैक्स बचाया जा सकता है। ULIP की मैच्योरिटी भी कुछ मामलों में टैक्स फ्री होती है, जबकि ELSS भी टैक्स सेविंग में अच्छा ऑप्शन है।
My Suggestion:
अगर आप लंबे समय तक disciplined तरीके से निवेश करना चाहते हैं और साथ ही एक insurance cover भी रखना चाहते हैं, तो ULIP एक अच्छा विकल्प हो सकता है। लेकिन सिर्फ tax बचाने के लिए ULIP ना लें। पहले अपने financial goals को साफ़-साफ़ समझिए, फिर decide कीजिए।
चलते-चलते...
ULIP एक ऐसा रास्ता है जिसमें investment की चाल और insurance की ढाल दोनों साथ मिलती है। लेकिन हर रास्ता सभी के लिए सही नहीं होता। इसलिए सिर्फ सुनी-सुनाई बातों पर न जाएं, अपने परिवार की ज़रूरतें और risk profile देखकर ही फैसला लें।
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